UP Breaking News: उत्तर प्रदेश में औसत से कम बारिश होने के कारण किसानों की फसल खराब हो गयी, इसलिए राज्य के किसानों को इस नुकसान से राहत देने के लिए सीएम योगी ने ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति बढ़ाने के निर्देश दिए हैं और साथ ही ट्यूबवेल के विद्युत कनेक्शन का बिल बकाया होने के बावजूद भी कनेक्शन नहीं काटने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने किसानों की समस्या का समाधान करने के लिए और किसानों को राहत देने के लिए कम बारिश की वजह से खराब हुई फसलों की भरपाई कराने की घोषणा भी की है। इसके अलावा सीएम योगी ने यह निर्देश भी दिए कि पावर कारपोरेशन की तरफ से राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति में बढ़ोतरी की जाये।

इसके साथ ही राज्य में खेती की जाने वाली जमीन की स्थिति का सही तरह से आकलन करने के बाद राज्य सरकार द्वारा किसानों की हर संभव सहायता की जाएगी। राज्य में जिन किसानों की कम वर्षा की वजह से फसल खराब हुई है उनके नुकसान की भी पूरी भरपाई की जाएगी। इसके अलावा सीएम योगी ने इससे जुड़े सभी विकल्पों को शामिल करते हुए कहा कि जल्द से जल्द बेहतर राहत कार्ययोजना तैयार की जाये, साथ ही उन्होंने ट्यूबवेल की तकनीकी खराबी को 24 से 36 घंटे में ठीक करने के भी निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जहां सिंचाई हेतु ट्यूबवेल पर निर्भरता अधिक है वहां सौर पैनल लगाए जायेंगे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी ने बाढ़, अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में जल्द से जल्द राहत कार्य करने और सभी प्रभावित परिवारों को मदद करने के निर्देश दिए।
कम बरसात के चलते सब्जी की खेती को दिया बढ़ावा
मुख्यमंत्री योगी ने राज्य में कम बारिश के कारण हुए नुकसान को देखते हुए कहा कि कम वर्षा की वजह से धान की फसल पर बुरा असर पड़ सकता है, इसलिए किसानों को दूसरी खेती की तरफ ध्यान देना चाहिए ताकि किसानों की आमदनी हो जाये। सीएम योगी ने मौजूदा परिस्थितियों में किसानों को सब्जी की खेती के लिए प्रोत्साहित करने के लिए तोराई के बीज बाँटने के निर्देश भी दिए। उन्होंने मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए किसानों को वैकल्पिक खेती करने के बारे में कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 33 जिले ऐसे हैं जहां सामान्य से 40 से 60% तक ही वर्षा दर्ज की गई है, जबकि 19 जिलों में 40% से भी कम वर्षा हुई है। इन सभी जिलों में खरीफ की फसलों की बुवाई प्रभावित हुई है। इसके अलावा सीएम योगी ने कहा कि आने वाले कुछ दिनों में तेज और अधिक वर्षा होने की उम्मीद है इसलिए उन्होंने कृषि, सिंचाई, राहत, राजस्व विभागों को जागरूक और अलर्ट मोड़ में रहने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने अगस्त के आखिरी सप्ताह तक सभी जिलों एवं कृषि विभाग से फसल की स्थिति, पेयजल की स्थिति एवं पशुओं के चारा की उपलब्धता के बारे में सम्पूर्ण रिपोर्ट मंगाने के निर्देश भी दिए।
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